दुर्गति का रोना रो रहा है ऐतिहासिक देवलटांड़ गांव,
झारखंड सरायकेला जिला से जहां प्राचीन कालीन भगवान आदिनाथ जैन मंदिर के रूप में राष्ट्रीय धरोहर का प्रतीक और जननायक कर्पूरी ठाकुर की सुपुत्री का ससुराल रांची जिला की सीमा से सटा सरायकेला-खरसावां जिले का ऐतिहासिक गांव देवलटांड़ आज़ भी बदहाली का रोना रो रहा है. आधुनिक युग में बदलते दौर में तेज़ी से विकसित होती दुनिया से दूर यह गांव आज़ भी पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है. बताते चलें कि यहां मौजूद प्राचीन कालीन भगवान आदिनाथ जैन मंदिर कितना पुरातन है इस बात से यहां के निवासी भी अनभिज्ञ हैं. भारत सरकार के पुरातत्व विभाग ने सालों पहले इस मंदिर को राष्ट्रीय धरोहर भी घोषित कर रखा है. भविष्य में यह राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा पर्यटन स्थल में तब्दील होने की भरपूर संभावनाएं रखता है. इसके अलावा अविभाजित बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की सुपुत्री का विवाह भी इसी गांव में हुआ है. सिर्फ यही नहीं, विभिन्न सरकारी विभागों में भारी संख्या में सरकारी कर्मी, समाजसेवकों एवं शिक्षा के क्षेत्र में इस गांव के विशिष्ट योगदान होने के कारण भी यह गांव न केवल सरायकेला-खरसावां बल्कि पूरे प्रदेश स्तर पर अपना विशेष महत्व रखता है