सर्व हिन्दू समाज ने रामलीला को 3 दिन किये जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुये बालको प्लांट गेट में फेंकी चूड़िया
कोरबा जिले के उपनगरी क्षेत्र बालकों में पिछले 40 वर्षों से निरंतर रामलीला मैदान में रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है कोरोना काल मे 2 वर्ष तक रामलीला का आयोजन नही किया गया था जिसपे आज बालको प्रबंधक द्वारा इस वर्ष पूरे भारत वर्ष में अति उत्साह और उमंग से मनाया जा रहा है।
परंतु बीते कुछ वर्षों में कोरोना की वजह से कार्यक्रम का संचालन नहीं हो सका था, जिसकी बालको प्रबंधन से पुनः मांग करते हुए सर्व हिंदू समाज एवं स्थानीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया एवं रामलीला मैदान में सुबह से ही अपनी मांगों को लेकर डटे रहे, उक्त मामले को लेकर सर्व हिंदू समाज के जिला संयोजक ने बताया कि बीते कई वर्षों से रामलीला का आयोजन किया जाता रहा है ,जिसे देखने आसपास के ग्रामीण अंचल से लोग भी परिवार समेत इस का आनंद लेने पहुंचते हैं परंतु बालको प्रबंधन द्वारा अब तक कार्यक्रम को लेकर किसी प्रकार की तैयारी नहीं की गई है .
जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस बार कार्यक्रम संचालन की मनसा प्रबंधन की नहीं है। जिसको लेकर नगर वासियों में आक्रोश व्याप्त है वही अपनी मांगों को लेकर सर्व हिंदू समाज के नेतृत्व में आज प्रातः 09 बजे रामलीला मैदान से परसाभाठा चौक तक आक्रोश रैली निकाल कर बालको प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई महिलाओ के द्वारा बालको गेट पे हनुमान चालीसा का पाठ किया गया और बालको गेट पे चुडिया फेंक कर अपना विरोध प्रदर्शन किया ।
राम लीला का संचालन नवरात्रि के पहले दिन से प्रारंभ होकर दशहरा के दिन हर वर्ष समाप्त किया जाता है जिसे इस वर्ष 3 दिन का किया जा रहा है जिसे लेकर हिन्दू धर्म के द्वारा आक्रोश रैली निकाल कर 3 की जगह 9 दिन करने को कहा गया है।