बालको ने इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट के इस्तेमाल से सस्टेनिबिलिटी को दिया बढ़ावा
बालकोनगर, वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने हरित और सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की घोषणा की है। अपने संयंत्र में छह इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट के सफल संचालन के साथ बालको ने 100% इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। फोर्कलिफ्ट का बालको के दैनिक प्रचालन कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान है जो तैयार माल की आवाजाही, ब्रेकडाउन, रखरखाव प्रबंधन, कच्चे माल की आवाजाही, स्टोर प्रबंधन और गोदाम संचालन जैसे कार्यों को सुविधाजनक बनाया है।
कंपनी सस्टेनिबिलिटी के प्रतिबद्धता और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के दृढ़ संकल्प के अनुरूप इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट को अपनाने का निर्णय पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति उसके समर्पण का उदाहरण है। यह पर्यावरण-अनुकूल पहल बड़ा प्रभाव डालने के लिए तैयार है। इससे अनुमानित रूप से लगभग 85,000 लीटर डीजल की खपत में वार्षिक कमी तथा प्रति वर्ष 246 टन कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। यह मील का पत्थर बालको की महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2050 तक या उससे पहले शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के अनुरूप है।
इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से युक्त हैं जो कर्मचारियों की भलाई तथा वाहन और ड्राइविंग मानकों के पालन के लिए बालको की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं। फोर्कलिफ्ट विभिन्न सुविधाओं से युक्त है जिसमें भार के लिए सॉफ्ट लैंडिंग (भार को धीमें से नीचे लाना) एसी ट्रैक्शन मोटर, कर्व कंट्रोल, ओवरहेड गार्ड के माध्यम से बढ़ी हुई दृश्यता, हैंडल के साथ रिवर्स हॉर्न, चौड़े रियर टायर, रेड जोन लाइट और ब्लू स्पॉटलाइट शामिल हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको छत्तीसगढ़ और भारत के सतत विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। अपने प्रचालन में ‘शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य उत्सर्जन’ नीति के सिद्धांतों में उतरोत्तर प्रगति तथा हमारी निरंतर खोज डीकार्बोनाइजेशन के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है। हमारा लक्ष्य आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य और देश की निरंतर प्रगति में योगदान करना है। बालको ने तकनीकी और आर्थिक प्रगति के साथ ही औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण, सस्टेनिबिलिटी और गवर्नेंस की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से पहले बालको ने संयंत्र में आवाजाही के लिए इलेक्ट्रिक वाहन भी पेश किए थे। कंपनी ने अपने प्रचालन को डीकार्बोनाइजिंग करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिसमें पूरे संयंत्र में परिवहन में उपयोग किए जाने वाले तकनीकी वाहनों के लिए ईंधन के रूप में बायो-डीजल का उपयोग शामिल है।