सोनपुरी धान खरीदी केंद्र में किसानों से हो रही लूट, किसानों से लिया जा रहा 40किलो 900 ग्राम धान।
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में धान खरीदी जोरों शोरों से चल रही है इसी बीच किसानों को ठगने का काम भी जमकर किया जा रहा है, कोरबा विकासखंड अंतर्गत सोनपुरी धान मंडी में ऐसा ही मामला देखने को मिला जहां समिति द्वारा भोले-भाले किसानों से धान खरीदी निर्धारित मात्रा से अधिक ली जा रही है, प्रत्येक बार दाने के पीछे 300 से 500 ग्राम अधिक ले भोले भाले किसानों को लूटने की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है, इसके साथ ही उक्त केंद्र में धान खरीदी के वक्त नमी की मात्रा की जांच के नाम पर किसानों से अतिरिक्त रुपये लेकर उनका धान खरीदा जा रहा है जब हमारे संवाददाता ने नामी की जांच करवाई तो धान में 20.9 की नमी डिस्प्ले में दिखाई देने लगी नमी मापने में भी मंडी समिति लापरवाही करते नजर आ रही है
किसानों से थोड़ा-थोड़ा कर ऐसे भ्रष्टाचार की राह पर चलने वाले लोगों का बड़ा घड़ा भरने में देर नहीं लगती वही इसका शिकार भोले भाले मेहनती किसानों को भुगतना पड़ता है, वहीं धान खरीदी केंद्र में बात व्यवस्था की की जाए तो हाल बेहाल नजर आया,
पानी की नही है व्यवस्था किसानों को खुद लेकर मांग कर पीना पड़ता है पानी , मंडी समिति द्वारा खनन करवाये गए बोर से पेयजल की व्यवस्था नही हो सकी है क्यों कि बोर खनन के बाद भी उसमे पंप नही लग सका है
किसानों के पेयजल की व्यवस्था के नाम पर बोर का खनन करवाया गया है जिसका कार्य अब तक अधूरा पड़ा हुआ है
किसानों ने बताया कि पास के ही हैंड पंप से पेयजल की सुविधा की जा रही है। इन सब समस्याओं को दूर करने की जिम्मेदारी जिन अफसरों पर है, उनके सुस्त रवैए का फायदा ऐसे धान खरीदी समिति भरपूर उठा रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक भोले-भाले किसानों से लूटमार करने वाले भ्रष्ट धान खरीदी समिति पर प्रशासन कब और क्या कार्रवाई करती है देखने की बात होगी
शौचालय व्यवस्था के नाम पर महज खानापूर्ति: –
सोनपुरी धान खरीदी केंद्र में दूरदराज से किसान सुबह सुबह धान की बिक्री के लिए पहुंचते हैं परंतु उनकी शौच की व्यवस्था उन्हें खुद ही करनी पड़ेगी क्योंकि परिसर में स्थित शौचालय बेकार पड़ा हुआ है, शौचालय का कार्य आज पर्यन्त तक अधूरा है जिसे अंदर से देखने पर शौचालय में मलवा देखने को मिला।
पूर्व में भी हमारे द्वारा धान खरीदी में हो रहे घोटालो को लेकर प्रमुखता से खबर का प्रकासन किया गया था जिसमें पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के तानाखार और बिंझरा की खबर लगाई गई थी लेकिन आज तक किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गयी है अगर इसकी जांच की जाती तो भोले भाले किसानों की खून पसीने की कमाई को कोई लूट नही सकता ।