भूखे प्यासे मजदूर मांग रहे इच्छा मृत्यु, रेंजर नहीं कर रहा मजदूरी का भुगतान, देखें पूरी वीडियो…..
कोरबा, जिले में वन विभाग द्वारा जंगल के अन्दर वृक्षारोपण के लिए गड्ढे करवाए जाते है जिसके कार्य के लिए पसान रेंज के रेंजर द्वारा मध्यप्रदेश से लेबर बुला कर कार्य करवाया गया था पूरा मामला कटघोरा वनमण्डल से जुड़ा हुआ है, 2 माह से 55 मजदूर दिन रात कार्य करके जंगल के अन्दर गड्ढा खोदने का कार्य किए,जब भुगतान की बारी आई तो रेंजर साहब मुकर गए 7 दिन से सीपत में मजदूर पैसे की मांग करते रहे लेकिन इसकी सुनवाई नही हुई, अंततः मजदूरो को जिला प्रशासन के समक्ष आना पड़ा कलेक्टर ऑफिस के बाहर मजदूरों का परिवार 04 सितंबर से बैठा हुआ है कलेक्टर साहब का मानवीय चेहरा आया सामने 4 सितंबर को मजदूरी की मांग की लेकर गए मजदूरों की बात सुनी और भूखे होने की जानकारी मिलते ही खाने और रहने की प्रबंध किए और रेंजर को भुगतान के लिए कहा, आज 05 सितंबर की सुबह से मजदूर पुनः कलेक्टर ऑफिस के बाहर बैठे है और रेंजर साहब 10 बजे आने की बात कह कर अभी 3 बज के 30 मिनट तक नही पहुंचे है, मामल बहुत ही संदिग्ध प्रतीत हो रहा है, मजदूरों ने बताया की 10 लाख रुपए का कार्य किए है जिसमे 55 हजार का भुगतान मिला है शेष राशि नही मिली है, महिला मजदूर ने बताया की उनके पिता जी का देहांत हो गया है और वो पैसे नही मिलने की वजह से गांव जाकर अपने पिता का अंतिम दर्शन नही कर पाई है अगर आज पैसे नही मिलते है तो फांसी लगाकर खुदकुशी करूंगी और इसकी पूरी जवाबदारी डिप्टी रेंजर, रेंजर और कटघोरा वनमण्डल अधिकारी को माना जाए कह रही है,
क्या छत्तीसगढ़ में मजदूरों की कमी है जो रेंजर बाहर से मजदूरों को बुला कर कार्य करवा रहें है और उनका भुगतान कर रहे है पूछता है छत्तीसगढ़ …?