बिलासपुर सेंट्रल जेल में हो रही थी वर्चस्व की लड़ाई, मैडी, राजा खान, कपिल त्रिपाठी तीनो को छत्तीसगढ़ के अलग अलग जेलों में किया गया शिफ्ट। जाने क्या है पूरा मामला….
बिलासपुर। सेंट्रल जेल बिलासपुर में पिछले कई दिन से चल रहा गैंगवर अब थम सकता है। यहां वर्चस्व को लेकर चार गुटों के बीच लगातार मारपीट और जानलेवा हमला हो रहा था। जेलर और जेल के प्रहरी इस गेंगवार को कंट्रोल नही कर पा रहे थे। यही कारण है मैडी, कपिल त्रिपाठी, राजा खान और सिद्धार्थ को प्रदेश अलग अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है।
सेंट्रल जेल में पिछले कुछ दिनों से वर्चस्व को लेकर लगातार मारपीट हो रही थी। लेकिन सेंट्रल जेल के अधिकारी लगातार इसे दबाते रहे। अंत में जब जेल अधिकारियों और जेल प्रहरियों से गेंगवार कंट्रोल नही हुआ तो कोर्ट से अनुमति लेकर चार गैंग के लीडरों को प्रदेश के अलग अलग जिलों में शिफ्ट कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार तालापारा में हुए नवीन महादेवा हत्याकांड के आरोपी राजा उर्फ सज्जाद अली को मुंगेली जेल, गैंगवार और हत्या के प्रयास के आरोपी हिस्ट्रीशीटर मैडी उर्फ रितेश निखारे और इसके साथी सिद्धार्थ उर्फ छोटू वर्मा को जांजगीर के कोखरा जेल, कांग्रेस नेता और हिस्ट्रीशीटर संजीव त्रिपाठी हत्याकांड के आरोपी और उसके भाई कपिल त्रिपाठी को कटघोरा जेल शिफ्ट किया गया है। आपको बता दें सेंट्रल जेल में इस दिनों शहर के चार अलग अलग गैंग के बंदी है। जिसमे से पहला गैंग वसीम खान का है। वसीम खान अभी फरार जरूर है लेकिन उसके साथी राजा खान सेंट्रल जेल में बंद है। पिछले साल 25 फरवरी को मुख्यमंत्री के नगर आगमन के दौरान हुए तालापारा मे नवीन महादेवा हत्याकांड का आरोपी है। राजा के साथ ही इस केस के एक दर्जन आरोपी जेल में बंद है। दूसरा गैंग हिस्ट्रीशीटर मैडी उर्फ रितेश निखरे का है। इस साल 6 मई को होटल हैवंस पार्क के सामने छात्र नेता भास्कर वर्मा पर जानलेवा हमला करने के आरोप में हिस्ट्रीशीटर मैडी और उसके गैंग के दर्जनभर आरोपी जेल में बंद है। तीसरा गैंग कपिल त्रिपाठी का है। संजू त्रिपाठी हत्याकांड के आरोप में कपिल त्रिपाठी और उसके 19 आरोपी सेंट्रल जेल में बंद है। चौथा गैंग तोरवा क्षेत्र के चुचुहियापारा हत्याकांड के आरोपियों का है। जेल में लगातार वर्चस्व की लड़ाई को लेकर इनके बीच मारपीट हो रही थी।
मैडी और वसीम गैंग लगातार भिड़ रहे थे। पहले जेल हॉस्पिटल में रूटीन चेकअप के लिए ले जाने के दौरान सिद्धार्थ वर्मा उर्फ छोटू पर वसीम ग्रुप के राजा ने पीछे से हमला कर दिया था। जेल प्रहरियों ने बीच बचाव कर हमलावर राजा की जमकर खातिरदारी की थी। इसके कुछ दिनों बाद ही सिद्धार्थ वर्मा के साथियों ने जेल में राजा की जमकर पिटाई कर बदला लिया। इसी तरह चुचुहियापरा हत्याकांड में बंद दीपक पिल्ले औए रितेश उर्फ उल्लू समेत 5 आरोपी पिछले सप्ताह तड़के सुबह मैडी पर जानलेवा हमला करने के लिए घुस आए थे, पर मैडी के साथी सिद्धार्थ उर्फ छोटू ने उल्टा हमलावरों को ही उनके हथियार लूटकर हमला कर घायल कर दिया था। लगातार जेल में हो रहे विवादों को देखते हुए जेल प्रबंधन ने जेल का माहौल शांत करने व कैदियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें अलग अलग जेलों में शिफ्ट किया गया है।