अन्य खबर

नेता प्रतिपक्ष हितानंद ने मुख्यमंत्री साय को लिखा पत्र, जिला खनिज न्यास मद से कोरबा लोकसभा अंतर्गत कोरबा, चिरमिरी में माइनिंग कॉलेज प्रारम्भ करने किया अनुरोध

WhatsApp Image 2024-03-09 at 21.00.10
WhatsApp Image 2024-08-14 at 22.04.50
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.51
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.49
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.46
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.45
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.43
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.40
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.36
previous arrow
next arrow
Shadow

कोरबा नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कोरबा लोकसभा अंतर्गत जिला खनिज न्यास मद से कोरबा और चिरमिरी में माइनिंग कॉलेज प्रारंभ करने के लिए पत्र लिखा है, साथ ही विगत 5 वर्षों के कांग्रेस कार्यकाल में DMF फंड के दुरूपयोग के संबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को शिकायत कर जांच की मांग की है, इसकी प्रतिलिपि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा , केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंहदेव को भी भेजी गई है |

वरिष्ठ भाजपा नेता हितानंद अग्रवाल ने कहा कि कोरबा सहित चिरमिरी जो कि माइनिंग स्त्रोत का बहुत बड़ा जिला है तथा कोरबा एवं चिरमिरी जिले से बहुत बड़े स्तर पर कोयले की माइनिंग की जाती है, जिससे जिला खनिज न्यास कोरबा को भी बहुत बड़ी मात्रा में राशि प्राप्त होती है, जिला खनिज न्यास कोरबा द्वारा विगत 05 वर्षो में अपने मद का खुले तौर पर दुरूपयोग किया गया है, जिला खनिज न्यास कोरबा के विगत 05 वर्षो के आडिट रिपोर्ट यह दर्शाता रहा है कि राशि को एजेंसीस को एडवांस के तौर पर हस्तांतरित कर दी गई है, परन्तु विगत 05 वर्षो में की गई करीब 1200 करोड़ रूपये की एडवांस राशि को किस कार्य में यूटिलाईज्ड किया गया है, इस संबंध में आज दिनांक तक जिला खनिज न्यास कोरबा द्वारा स्पष्ट नही किया गया है। कि वर्तमान समय में भी जिला खनिज न्यास कोरबा के कोष में करीब 470 करोड़ रूपये से अधिक जमा है। डी.एम. एफ. नियम 2015 के अनुसार जो कि केन्द्र सरकार द्वारा 2015 में बनाये गये थे, स्पष्ट प्रावधान दिये गये है कि 60 प्रतिशत राशि प्रभावित क्षेत्र के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में खर्च किया जाना है। यदि कोरबा एवं चिरमिरी जिले में डी.एम.एफ. फण्ड से माइनिंग कालेज खोला जाता है तो एक ओर डी.एम.एफ. फण्ड का उपयोग नियम 2015 के अंतर्गत सही खर्च के अंतर्गत माना जायेगा एवं दूसरी ओर माइनिंग कालेज खोले जाने से माइनिंग से प्रभावित जिनकी भूमि माइनिंग कार्य हेतु अधिग्रहित कर ली गई है, उनके परिवार के सदस्यो को माइनिंग कालेज में शिक्षा ग्रहण कर कुषल रोजगार प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा।

अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए लिखा है कि हमारी भाजपा सरकार अंत्योदय के लक्ष्य को लेकर कार्य करती है, सदैव समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने का प्रयास करती है, हमेशा से नीचे तबके लोगो को ऊपर उठाने हेतु कार्य करते रही है, उसी को आगे बढ़ाते हुये कोरबा एवं चिरमिरी जिले में डी.एम.एफ.फण्ड से माइनिंग कालेज की स्थापना किये जाने हेतु प्रस्ताव स्वीकृत कर कोरबा डी.एम.एफ.टी. को निर्देश जारी करने की कृपा करेंगे।

इसके अलावा हितानंद ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोई भी माइनिंग कालेज अभी तक स्थापित नही किया गया है, जबकि कोल माइनिंग एक्ट 1957 के तहत सन् 1957 से कोयले की माइनिंग हेतु किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाता रहा है एवं प्रभावित किसानों को केवल लेबर का रोजगार दिया जाता रहा है, यदि माइनिंग कालेज की स्थापना की जाती है तो प्रभावित किसानों को कुशल रोजगार प्राप्त हो सकेंगे।

Jitendra Dadsena

50% LikesVS
50% Dislikes

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button