थोड़ी बारिश में करोड़ों के नाले का खुला पोल, महापौर के वार्ड में खुलकर हुवा भ्रष्टाचार,
कोरबा, नगर निगम अंतर्गत वार्ड क्रमांक 14 पंप हाउस में 3 माह पूर्व बना नाला अब लोगों के घर में आफत ले कर आ गया है करोड़ों की लागत से बने नाले में भारी भ्रष्टाचार हुवा है जो पहली बारिश में दिखने लगा है मिली जानकारी के अनुसार ठेकेदारों को महापौर का श्रेय मिला था जिस वजह से लोगो के आशियाने उजाड़ने की कगार पर है जनता नाले में हुई गड़बड़ी का जिम्मेदार महापौर को मानते है, नाले को गुणवत्ताहीन बनाने के लिए महापौर नाले में घूमते रहे और ठेकदार ने नाले को नाली बना दिया।
नाली का पानी लोगो के घरों तक घुस गया है लोग नाली के पानी के बहाव से डर कर अपने घरों से निकल गये है रितेश महंत के घर तक नाली का पानी जा पहुंचा और उनके घर का शौचालय डूब गया, लोगो के मन में एक ही सवाल उठ रहा है ठेकेदार और महापौर ने नाला नही नाली बनवाया है और हमे बेघर करने में कोई कसर नही छोड़ी है ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करके विभाग के अधिकारियो को भी काम से निकाल देना चाहिए जिन्होंने ठेकेदार का इस भ्रष्टाचार में साथ दिया है
नाली में पानी जा रहा था लेकिन नाली गुणवत्ताहीन बनी है जिससे नाली के दीवारों से पानी सीपेज कर पानी नाली से बाहर निकल रहा था, बता दे की इस नाली के निर्माण में महापौर जी खुद निरीक्षण करते थे और अभी कुछ माह पूर्व निगम के अधिकारियो के साथ नाली और नालों की सफाई का सर्वे भी कराए थे लेकिन महापौर जी अपने वार्ड का सर्वे करना भूल गए, अब तो बात आफत की है अभी मानसून आया नही और लोगो के घर उजाड़ने को है देखने की बात होगी की अब निगम के अधिकारी और महापौर जनता को किस प्रकार से राहत दिलाते है नाला बनने के बाद बगल में खाली गहरी जमीन में भी पटाव नही किया गया है जिससे नाली के टूटने और लोगो के घर टूटने का भी खतरा बना हुवा है।
नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने पूरे मामले को जांच का विषय होना बताया और महापौर के वार्ड में इस तरह का भ्रष्टाचार होना अत्यंत गंभीर मामला है महापौर की कमीशन की भूख लोगो के आशियाने उजाड़ने को पहुंच गई है पूर्व में भी महापौर को सड़क निर्माण हेतु भीख मांग कर कमीशन की राशि दी गई थीं जिसके बाद भी अभी तक महापौर की कमीशन की भूख शांत नही हुई है करोड़ो की लागत से बने नाले में महापौर जी के कमीशन की वजह से नाला अपने असली रूप से विक्षिप्त हो गया है, और आज जनता के घर को उजाड़ने पहुंच गया है महापौर को नैतिकता के आधर पर इस्तीफा दे देना चाहीए,