ठंड के मौसम में भी निकल रहें जहरीले सांप,सीएसईबी कार्यपालन निर्देशक के घर निकला 5 फीट लम्बा कोबरा, , जितेन्द्र सारथी ने किया रेस्क्यू।
छत्तीसगढ़ राज्य में कोरबा जिला सांपो के लिए अपना एक अलग ही पहचान बना चुका हैं अमूमन जशपुर जिले को नाग लोग कहा जाता हैं पर कुछ सालों में जिस तरह कोरबा जिले के ग्रामीण एवम शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार के साप पाए जा रहें उससे ये कहना गलत नहीं होगा की कोरबा जिला अब नाग लोक बन गया हैं जिनकी संख्या में लगातार वृद्धि हो रही हैं जो एक तरह आम जनों के लिए खतरा बढ़ते नज़र आ रहा वही इनकी अच्छी संख्या से पर्यावरण संतुलन बना हुआ हैं जो किशान लोगों के लिए अच्छा साबित हो रहा हैं वैसे ठंड के मौसम में बहुत ही कम देखने को मिलता हैं इस मौसम में बिलों के अंदर रह कर कुछ महीनों के लिए hibernation (सीतनिद्रा) में चले जाते हैं इस समय ये बिना शिकार किए महिने तक जिन्दा रह जाते हैं पर कभी कभी दिखाई भी देते हैं और यह जीव ठंड के मौसम में रात में दिखाई दे तो कोई सायाद ही यकीन करेगा की जहरीला सांप होगा ऐसा ही कुछ हुआ सीएसईबी कार्यपालन निर्देशक के बंगले में जब एक साप दिखाई दिया तो चौकीदार ने साधारण साप समझ कर भगाने का प्रयास किया तभी पलट के फन निकाल कर बैठ गया फिर डरे सहमे चौकीदार ने इसकी जानकारी अपने अधिकारी को दिया जिसके बाद बिना देरी किए स्नेक रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को सूचना दिया गया जिसके फौरन बाद सारथी सीएसईबी कॉलोनी पहुंचे और झाड़ी में छुप कर बैठे 5 फीट Spectacled Cobra (नाग) को बड़ी सावधानी से रेस्क्यू किया गया और उसको फिर बड़े से डिब्बे में रखा गया तब जाकर सभी ने राहत भरी सास ली जिसके बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया फिर सभी ने जितेन्द्र सारथी एवम उनकी टीम के कार्य की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
जितेन्द्र सारथी ने बताया इस मौसम में बहुत कम ही साप दिखाई देता हैं फिर भी इस समय 5 से 7 रेस्क्यू काल आ रहे वहा जल्द से जल्द पहोंच कर रेस्क्यू करने का कार्य वन विभाग के साथ हमारी टीम लगातार कर रहीं हैं।