कोरबा खबर
घंटाघर की घड़ी को किसकी नजर लग गयी, निगम प्रशासन नही ले रहा सुध।
कोरबा शहर के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले घंटाघर की सुध निगम नही ले रहा है इसकी घड़ी कई महीनों से बंद पड़ी है एक तरफ निगम जहाँ विकास की बात करते है वही दूसरी तरफ निगम के विकास की पोल घंटाघर की घड़ी ने खोल कर रख दी है
घंटाघर मे निगम ने सौंदर्यीकरण के नाम पर आई लव कोरबा का बोर्ड और फाउंटेन लगवाया है जो महीनों से बंद है
क्या निगम सिर्फ पैसों की बर्बादी कर रही है?