अन्य खबर

कनकी में प्रवसीय पक्षी आकर्षण का केंद्र, इनके सरंक्षण हेतु विभाग उदासीन, विभाग की अनदेखी से हो रही मृत्यु।

WhatsApp Image 2024-03-09 at 21.00.10
WhatsApp Image 2024-08-14 at 22.04.50
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.51
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.49
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.46
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.45
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.43
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.40
WhatsApp Image 2024-08-14 at 19.56.36
previous arrow
next arrow
Shadow

कोरबा जिले के करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम कनकी,कनकेश्वर धाम के नाम से काफी प्रसिद्ध है जहा श्रावण मास में लाखो श्रद्धालु विभिन्न जिले एवं राज्यो से भगवान शिव शम्भू के दर्शन करने पहुंचते है, मगर कनकी प्रवासीय पक्षी को भी खूब भाता है, वही इनकी पक्षियों के सरंक्षण को लेकर ग्रामीणों में चिंता देखने मिलती है ।

जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कनकी में प्रवासी पक्षी ओपन बिल स्टार्क का आना शुरू हो गया है ग्रामीणा इन्हें खुशहाली एवं मानसून का प्रतीक मानते हैं, अपने प्रवास पर पहुंचे पक्षी परिसर में मौजूद वृक्ष निवास करते हैं तथा अपने वंशा वृद्धि के लिए वृक्षों में घोंसला बनाकर बैठे हैं।

ग्रामीण बताया कि पक्षियों के संरक्षण में कोई खास कदम उठाने से पक्षियों की लगातार मृत्यु हो रही है, वही कुछ दिन पूर्व गाज गिरने से 4 पक्षी की मृत्यु हो गई थी, आज दिनांक तक पक्षी का मृत शरीर स्थान पर ही मौजूद रहा ।

सरंक्षण हेतु वन विभाग उठाए व्यापक कदम – ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग द्वारा प्रवासी पक्षियों के संरक्षण हेतु व्यापक कदम उठाने की आवश्यकता है, उन्होंने ने बताया की दानदाता द्वारा पेड़ के निचे नेट की व्यवस्था की गई थीं मगर अब वह भी टूट चुका है , पेड़ो में तार तो लगाए गए है मगर पक्षियों के निचे गिर जानें से होने वाली मृत्यू को लेकर कुछ उपाय करने की जरूरत है ।

पक्षियों को गाज से बचाने हेतु वन विभाग द्वारा विद्युततड़ीत चालक तो लगाए गए थे मगर लंबे समय से तड़ीत चालक खराब होने के कारण पेड़ो पर गाज गिर रहे जिसके कारण लगातार प्रवासिय पक्षियों की मृत्यु होते जा रही है । जिसके प्रति ग्रामीणों ने चिंता जताई है।

Jitendra Dadsena

100% LikesVS
0% Dislikes

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button