आंदोलन की चेतवानी के बाद चीर शांति, क्या भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह एवं बालको प्रबंधन में साठ-गांठ..??
दाल में कुछ काला या पूरी दाल काली, पूछता है कोरबा..???
कोरबा भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने लाव – लश्कर के साथ बालको में अधिकारियों के साथ चाय की चुस्की लेते हुए लगातार 6 दिन अलग – अलग प्रकार से आंदोलन की चेतावनी दे कर जोर शोर से प्रचार प्रसार किया था, जिससे बालको की जनता को लगा था कि अब भाजपा जिलाध्यक्ष जनता के हित के लिए बालको के विरुद्ध आंदोलन करेंगे किन्तु आज दिनांक तक भाजपा जिलाध्यक्ष का बालको के खिलाफ आंदोलन प्रारंभ नहीं हो पाया है, विगत कुछ माह पूर्व भी इसी तरह भाजपाध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बालको के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दे थी जिसके बाद वो मामला ठंडे बस्ते में चला गया| जनसुनवाई के 4 दिन पूर्व भी भाजपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में परसाभाटा गेट पर 20 सूत्रीय मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था जिसके बाद इनके करीबी भाजपा नेता को कोल परिवहन का काम भी शायद बालको द्वारा दिया गया था |
विगत 5 जुलाई को भाजपाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह, पार्षद लुकेश्वर चौहान, आलोक सिंह समेत भाजपाइयों ने बालको में चाय की चुस्की लेते हुए बालको के प्रशासन प्रमुख अवतार सिंह को 6 चरणीय आंदोलन की चेतावनी दी थी, किन्तु आज दिनांक तक 6 चरण में से 1 चरण का भी आंदोलन जिला भाजपा नहीं कर पाई है, शहर में चर्चा का विषय है कि बालको ने भाजपाध्यक्ष को राखड परिवहन सहित टेंडर का आश्वासन देकर सेट कर लिया है, लोगों में चर्चा है कि दाल में कुछ काला नहीं भाजपा अध्यक्ष की तो पूरी दाल ही काली है |
खैर मामला कुछ भी हो पूरे प्रकरण से भाजपाध्यक्ष की कथनी और करनी में बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह तो लग गया है |
अगर इस आंदोलन को लेकर कोई जानकारी आयी भी होगी तो भाजपाध्यक्ष ने मीडिया के सम्मुख किसी प्रकार से और कही भी इस बात को नही बताया है जिससे मामला संदेहपद हो जाता है
क्या आंदोलन को अगली तारीख तक टाल दिया गया है या आपस मे समझौता हो गया है।
भाजपा के जिला अध्यक्ष ने समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की सूचना नही दी है, कही पर आधिकरिक रूप से बयान भी नही दिया है की क्यों बाल्को के खिलाफ आंदोलन नही किया गया।
पूछता है कोरबा……