कोरबा शहर के दर्री मार्ग में भवानी मन्दिर के पास दुःखद घटना में शहर के 3 युवा साथी अकाल ही काल के गाल में समा गए, ये घटना अत्यंत ही दुखद घटना है, साथ ही कल रात्रि में दो ट्रेलर आपस मे टकराने से दोनों वाहन चालक की भी दुःखद मृत्यु हुई जो कि हृदय विदारक है |
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत द्वारा भवानी मंदिर के पास दुर्घटना स्थल का दौरा किया गया, वही दूसरी ओर कोरबा में दो ट्रेलर आपस मे टकराने से दो वाहन चालकों की भी मृत्यु हुई है किंतु कोरबा सांसद द्वारा सिर्फ और सिर्फ दिखावा ही किया गया है यदि कोरबा सांसद के मन में थोड़ी भी मार्मिकता होती तो वो ट्रेलर चालक के पीड़ित परिवार के लिए भी दो शब्द कहते,
क्या अगले वर्ष लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर दौरा किया गया था,
शहरी क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा आवारा पशुओं को जिसमे गाय और बैल को सड़को से उठा कर गौठान में ले जाया जाता है लेकिन ऐसा देखने को नही मिलता है इससे साफ साबित होता है कि आज भी मवेशी सड़को पर बैठे मिलते है निगम सिर्फ दिखावे के लिए कार्यवाही कर रही है, निगम के महापौर जी के उदासीन रवैये की वजह से आज हमने कोरबा के तीन होनहार युवक खो दिए क्या बीत रही होगी उस परिवार पर जिसने दुसरो की गलती की वजह से अपने घर का चिराग खो दिया। अगर महापौर अपने कार्य को भली भांति करते तो ये दुर्घटना नही होती।
क्या इस दुर्घटना की जिम्मेदारी कोरबा नगर निगम की नही है?
अगले वर्ष लोकसभा का चुनाव है जिस वजह से सभी अपना अपना पक्ष रख रहे है