अन्य खबर

पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत केंदई में चावल घोटाला आया सामने , गरीबो के चावल को डकार गए महिला स्व सहायता समूह।

WhatsApp Image 2024-12-24 at 14.37.25
WhatsApp Image 2024-12-24 at 14.37.25
previous arrow
next arrow

जिले मे शासकीय राशन दुकानों में गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर गरीब परिवार को अतिरिक्त चांवल वितरण करने का आदेश जारी की गई थी, लेकिन दुकान संचालक अतिरिक्त चावल वितरण करने के बजाए अपने ही जेब गर्म कर रहे, ऐसा ही एक मामला कोरबा जिला से लगभग 60 किलोमीटर दूर पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक का है, जहां पर ग्राम पंचायतों में स्थित शासकीय राशन दुकानों में अतिरिक्त चावल आवंटन नही हुआ है,और भौतिक सत्यापन की कमी है ग्राम पंचायत केंदई के राशन दुकानो में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाले ५ किलो अतिरिक्त चावल का वितरण ही नहीं किया गया, सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जिन्हें जानकारी ही नहीं थी, ऐसे में पूर्व खाद्य निरीक्षक के ऊपर उंगली उठ रही हैं कि लोगो को जानकारी नही थी और निरीक्षक कभी सोसाइटी के निरीक्षण के लिये भी नही गए

भौतिक सत्यापन नही होने से दुकान संचालक अपनी मनमानी करते है और हेरा फेरी कर रहे है आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्रों में दुकान संचालकों की मनमानी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, इसका फायदा राशन दुकान संचालक ने उठाया और लाखों का चावल अपने पास रख गबन कर लिया। लेकिन अधिकारी की मिलीभगत के कारण कार्यवाही नहीं होने से संचालक का हौसला बुलंद है। अतिरिक्त आवंटन चावल वितरण नहीं होने से गरीबों के हक के चावल की हेराफेरी में राशन दुकान संचालक पर किस तरह कार्यवही होती है देखने की बात होगी अंदेशा जताया जा रहा है पूर्व फूड इंस्पेक्टर नहीं करते थे राशन दुकानों की मानिटरिंग आपको बता दें कि लगातार ग्रामीणों की शिकायत आ रही है कि फूड इंस्पेक्टर राशन दुकान में नही आते और संचालक को खुली छूट देकर इस तरह के कारनामों को अंजाम दे रहे हैं जहां शिकायत होने के बाद भी पंचनामा बना कर ठंडे बस्ते में रख दिया जिसपे कोई कार्यवाही नही की जाती

वर्जन – क्या कहते हैं खाद्य अधिकारी मामले की शिकायत मिली है। खाद्य नियंत्रक को जांच के निर्देश दिए जाएंगे। संस्था ने यदि गड़बड़ी की है तो नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी

Jitendra Dadsena

100% LikesVS
0% Dislikes

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button