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पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत एतमानगर में चल रहा भ्रष्टाचार का खेल अपने चरम पर सरपंच ,सचिव शासन की राशि का कर रहे बंदरबाट। गुणवत्ताहीन कार्य कर हजम कर रहे है पैसा खनिज न्यास मद से स्वीकृत हुए कार्य, आंगनबाड़ी अहाता निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया। गाडा नाला पुल निर्माण(25 मई 2021 को 8 लाख राशि ग्राम पंचायत के खाते में आये उसके बाद भी कार्य प्रारंभ नही)।

कोरबा – (पोड़ी उपरोड़ा) 2 सालों से स्वीकृत हुआ पुल, राशि निकल जाने के बाद भी नहीं बन पाया 2020-21 में प्रस्तावित गाडानाला पुल खनिज न्यास मद से 20 लाख की लागत से ग्राम पंचायत एतमानगर द्वारा बनवाया जाना था लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा आज 2 साल हो जाने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं करवाया जा सका है जिसमें 25 मई 2021 को ₹8 लाख रुपए खनिज न्यास मद से कार्य प्रारंभ किए जाने हेतु ग्राम पंचायत एतमानगर को दिया गया था जिसमें आज पर्यंत तक कोई निर्माण नहीं किया गया है इस संबंध में ग्राम पंचायत एतमानगर के सचिव जसवाल से संपर्क किया गया तो उनके द्वारा टालमटोल जवाब दिया गया इस संबंध में सीईओ पोड़ी उपरोड़ा ने स्पष्ट रूप से कहां की ग्राम पंचायत द्वारा ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी अगर उनके द्वारा कार्य नहीं क्या जा रहा है तो उक्त राशि ग्राम पंचायत से वसूली की जाएगी पैसे निकलने के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने को लेकर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जाएगा।

पूर्व में भी हमारे द्वारा भषटाचार को लेकर खबर का प्रकाशन किया गया था जिसमे गुणवत्ताहीन आंगनबाड़ी का निर्माण 6.45 लाख 2017-18 में स्वीकृति मिली थी जिसे 2022 में खबर प्रकाशन के बाद प्लास्टर का कार्य प्रारंभ किया गया था,प्लास्टर कर आंगनबाड़ी के छत में दिख रहे लोहो को दबाने प्लास्टर का कार्य किया गया था जिसकी फ़ोटो वीडियो आज भी हमारे पास है ,आंगनबाड़ी का बाउंड्रीवाल 2021-22 में स्वीकृत हुवा था जिसमे 6लाख रुपये स्वीकृत किये गए थे, बाउंड्रीवाल में अब दरारें पड़ गयी है
इस बात से सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि ग्राम एत्मानगर में सरपंच सचिव की मनमानी किस कदर बढ़ी हुई है कि सरकारी राशि का दुरुपयोग किस तरह किया जा रहा है इसके बाद भी अधिकारी और इंजीनियर कोई कार्यवाही नही कर रहे है, इससे यह प्रतीत हो रहा है कि अधिकरी कर्मचारी सरपंच सचिव सभी अपनी जेबें भरने में लगे है जब अधिकरी ही श्रेय दे रहे है तो ऐसा घटिया निर्माण करने की छूट मिल रहि है

इस खबर के प्रकाशन के बाद देखने की बात होगी कि अधिकारी अब इस पर क्या कार्यवाही करते है जांच कर दोषी को सजा दी जाएगी या जांच के नाम पर खाना पूर्ति की जाएगी ।

Jitendra Dadsena

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