धान खरीदी केन्द्र में किसानों से भेंट चढ़ावा मांगने की शिकायत पर उचित विभागीय व दंडात्मक कड़ी वैधानिक कार्यवाही हेतु कलेक्टर कोरबा को मो. न्याज नूर आरबी भाजपा जिला सह संयोजक सहकरिता प्रकोष्ठ, कोरबा द्वारा ज्ञापन पत्र दिया गया।
दिनांक 09/11/22 को धान उपार्जन केन्द्र पठियापाली करतला के ऑपरेटर शशिकांत सांडिल्य द्वारा किसान के नए पंजीयन के लिए रुपए मांगने की शिकायत स्थानीय किसान व उनके पारिवारिक सदस्य रमाशंकर पटेल पिता भागवत पटेल ग्राम- घांटाद्वारी व कृषक तिहार सिंह के पोता मनु सिंह कंवर ग्राम- दमखांचा द्वारा सैकड़ों रुपए देने के बाद ही पंजीयन उक्त ऑपरेटर के द्वारा किया जाना बताया गया है। जिस पर जांच करने जांच दल ने खरीदी केंद्र पहुंचकर पूछताछ करते हुए कई लोगों के बयान कलमबद्ध कर जांच पूर्ण कर अनुविभागीय अधिकारी (रा.) करतला/कोरबा को सौंपा जाना सुनिश्चित हुआ है।
युवा नेता ने कहा कलेक्टर से मार्मिक निवेदन किया है कि अभी धान खरीदी प्रारंभ हुए सप्ताह भी नही गुजरा था कि इस तरह का भ्रष्टाचार धान खरीदी करने वाली समिति व उनके सदस्य आदि के द्वारा देश व प्रदेश की मुख्य जनकल्याणकारी योजनाओं में से 1 है उस पर भी पलीता लगाने का काम धान खरीदी करने वाले अनुबंधित समितियों के द्वारा किया जा रहा है। ऐसा नहीं कि धान खरीदी को मॉनिटरिंग करने वाली कमेटी को इस बात की भनक नहीं है। खाद्य विभाग सहित लगभग समस्त मॉनिटरिंग कमेटी की मिलीभगत के बिना इस तरह का खुलेआम भ्रष्टाचार करना किसी के बस की बात नहीं है। जब पिछले वर्ष उस पर आरोप लगा था तो भी उस दैनिक वेतन भोगी कंप्यूटर ऑपरेटर को उसी उपार्जन केन्द्र में कार्य सौंपना भ्रष्टाचार के लंबे तार होने का सूचक भी लग रहा है।
उक्त धान खरीदी बरपाली के पाठियापाली उपार्जन केन्द्र में जिस कंप्यूटर ऑपरेटर के उपर खुल्लम खुल्ला पैसा लेने का आरोप लगा है उक्त ऑपरेटर के उपर खरीफ फसल उपार्जन वर्ष 2021- 22 में भी इसी तरह का आरोप लगा था। चूंकि उस वर्ष उस पर कोई विभागीय कार्यवाही न हो पाने के कारण कंप्यूटर ऑपरेटर शशिकांत सांडिल्य के हौंसले बुलंद हैं और यह बोलकर किसानों को धमकाते हुए पैसों की वसूली कर रहा है कि मेरा अधिकारी या कोई और कुछ भी पिछले बार भी नहीं बिगड़ सका और न कोई बिगाड़ सकता है।
भाजपा जिला सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ मो. न्याज नूर आरबी ने विनम्र निवेदन किया है कि आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर शशिकांत शांडिल्य के ऊपर कड़ी से कड़ी उचित विभागीय व वैधानिक दंडात्मक कार्रवाई कर अपने खून पसीने से सींच कर फसल उगाने वाले गरीब किसानों का पैसा लेकर खून चूसने स्वरूप भ्रष्टाचारी कार्य करने वालों को ऐतिहासिक सबक मिल सके।