चचिया एवं कनबेरी धान खरीदी केंद्र में घोर लापरवाही नियमों को ताख में रख अधिक मात्रा में लिया जा रहा धान,

40 किलो की बोरी में 500 ग्राम से 1 किलो धान अधिक तौल कर रहे जेब गर्म,
कोरबा – एक ओर जहां किसान 2650 रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत होने से खुश नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उनसे तौल में उपार्जन केंद्र में सूखती के नाम से अधिक धान ले रहे हैं। प्रति बोरे में किसानों से 5 सौ ग्राम से लेकर 1 किलो अतिरिक्त धान लिया जा रहा है। मामले में प्रशासन स्तर पर कार्रवाई नहीं किए जाने से किसान उपार्जन केंद्रों में ठगी का शिकार हो रहे हैं। कोरबा जिले के कुछ धान खरीदी केंद्रों में धान के अधिक तौल का मामला प्रकाश में आया। धान के तौलने में गड़बड़ी क सूचना मिलने पर हमारे संवाददाता आदिवासी सेवा सहकारी समिति चचिया एवं कनबेरी मे पहुंचे और धान के बोरे को तौलने पर 40.800 से 41.200 ग्राम अधिक धान लिया जा रहा, ऐसे ही कई धान मंडी समिति लापरवाही सामने आ रही किसानों से समिति प्रबंधक 500 ग्राम से लेकर एक किलो तक प्रति बोरी एक्स्ट्रा धान भर रहे हैं। किसान आपत्ति करे तो कह दिया जाता है कि परिवहन समय पर नहीं होने से धान फड़ में पड़े रहने से सूखता है। जिसके बाद एक बोरे का वजन 40 किलो से कम हो जाता है। प्रबंधकों के पास नमी जांचने के लिए मशीन शासन ने दी है। लेकिन इसका उपयोग नहीं किया जा रहा,
एक्स्ट्रा धान पर ऐसे खेलते हैं खेल- धान का तौल होते ही सिलाई करना होता है, लेकिन समिति प्रबंधक तत्काल बोरी की सिलाई नहीं कराते। खरीदी के समय तौल में समिति प्रबंधक किसानों से जो अतिरिक्त धान लेते हैं उस एक्स्ट्रा धान को निकालने के बाद सिलाई करते हैं। फिर निकाले गए धान को उन किसानों के नाम से खपाया जाता है जिनके पास कृषि जमीन तो होती है साथ ही उनका भी पंजीयन भी होता है, लेकिन वे धान का उत्पादन नहीं करते हैं