कोरबा जिले में पानी पाउच के नाम पर बिक रहा जहर।
कोरबा जैसे-जैसे गर्मी पड़ रही है लोगों को गले को गिला रखने और शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए पानी की आवश्यकता महसूस हो रही है इसी कड़ी में लोग ₹2 में बिकने वाले पानी पाऊच से अपनी प्यास बुझाते नजर आ रहे हैं लेकिन बाजार में मिलने वाले अधिकांश पानी पाऊच में न तो पैकिंग तारीख अंकित है न ही एक्सपायरी तारीख है। बैच नंबर भी कही लिखा नही है यह पानी भले ही लोगों के कंठ को तर कर राहत देने में मददगार साबित हो रहे हैं, लेकिन बाद में न जाने कितनी बीमारियों का कारण बन रही हैं। फिर भी यह नकली पानी पाऊच बाजार में धड़ल्ले से बेचे जा रहे है इस पानी के उपयोग से पीलिया, टाइफाइड, अल्माइजर आदि जैसी गंभीर बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है। इसके बावजूद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है लोगों की जिंदगी से खेलना तो जैसे आम बात हो गई है
एक्वा हिन्द करके जो पानी पाऊच कोरबा सहित अन्य जिलों में बिक रही है ये पानी पाऊच रायपुर जैसे बड़े जगह से पैक होकर आ रही है लेकिन इसमें किसी प्रकार की तारीख अंकित नही है और बड़ी बात यह है कि ये पानी पाऊच में एक्सपायरी दिनांक के रूप में लिखा है कि पैकिंग दिनांक से 1 महीने तक अच्छा है
जिस पानी पाऊच में पैकिंग दिनांक नही लिखा उसका एक्सपायरी दिनांक क्या मायने रखेगा।
पानी का प्लांट कहाँ लगा है इस पाऊच में कही अंकित नही है हिन्द एक्वा (HIND AQUA) रायपुर छत्तीसगढ़। ISO 9001 2005 अंकित है यह पानी पाऊच BIS से भी सर्टिफाइड है FSSAi से भी मान्यता प्राप्त है लेकिन पानी जहाँ पैकिंग होता है वो जगह कहा है लिखना भूल गए । इस पानी पाऊच में ईमेल आईडी , कस्टमर केअर नंबर भी अंकित नही है इसे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाजार में मिलने वाला यह पानी पाऊच कितना उच्च क्वालिटी का पानी है
दुकानदार से जब हमारी टीम ने पूछताछ की तब उनके द्वारा नाम नही छपने की शर्त पर बताया गया कि ये पानी 55 पानी पाऊच की पैकिंग वाली बोरी हमे 30 रुपये में मिलती है जिससे हमें लाभ ज्यादा होता है इस वजह से ये पानी पाऊच हम बेचते है
रिपोर्टर :- यह पानी कहा पैकिंग होता है इसका प्लांट कहा लगा है आप को जानकारी है।
दुकानदार :- इतना तो हम नही पूछते है लेकिन पिकअप में आते है पूछते है और पानी पाऊच दे जाते है
रिपोर्टर :- ऐसे पानी पाऊच जिसमे तारीख नही है आप क्यों बेचते है, इससे लोगो को क्या क्या नुकसान है आप जानते है
दुकानदार :- हम पढ़े लिखे नही है साहब, लेकिन आप बोल रहे है तो ऐसा होगा तो गलत बात है उनको लिखना चाहिए था गंदा पानी पीने से शरीर को बहुत नुकसान है आज से हम अच्छा वाला पानी बेचूंगा और इस पानी को फेक दूंगा।
इतना कह कर उन्होंने भारी मन से पानी पाऊच को फ्रिज से निकाल कर बोरी में भर दिया। और कहा इससे मै बाद में फेंक दूंगा।
यह पानी पाऊच कोरबा के अलग अलग जगह में बेचे जा रहे है
इस तरह का पानी पाऊच बेचना कितना और किस हद तक सही है क्या लोगो की मजबूरी का फायदा उठाना जानते है लोग, क्या अधिकारीयो के संरक्षण में चल रहा है पानी का गोरखधंधा, क्या खबर प्रकाशित होने के बाद भी अधिकारी आँख मूंद कर बैठे रहेंगे, या इस पर कार्यवाही करेंगे देखने की बात होगी।