कोरबा जिले के लाद ग्राम पंचायत में विशेष अनुसूचित जनजाति पण्डो परिवार को नहीं किया गया अतिरिक्त चावल का वितरण, जांच में हुआ खुलासा।
कोरबा जिले में अनेक विशेष अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग निवास करते हैं शासन द्वारा इनको विभिन्न योजनाएं ला कर मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य कर रही है लेकिन धरातल पर उनकी योजनाओं को धत्ता बताकर उन्हें लाभ से वंचित किया जा रहा है अभी केंद्र शासन द्वारा कोरोना काल मे प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत 5 किलो प्रति सदस्य अतिरिक्त चावल अंबाटन का आदेश और चावल का स्टॉक कराया गया था जिसका वितरण ग्राम पंचायत लाद पोड़ी उपरोड़ा द्वारा नहीं किया गया इसकी जानकारी होने पर प्रमुखता से खबर चलाया गया जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने जांच के आदेश दिए जांच में लाद ग्राम पंचायत में विशेष अनुसूचित जनजाति पण्डो परिवार का निवास मिला जहां जांच करने पर उन्हें अप्रैल और अक्टूबर माह का अतिरिक्त चावल वितरण नहीं होना पाया गया। खाद्य निरीक्षक सुशील टंडन के द्वारा अतिरिक्त चावल गबन मामले संज्ञान लेते हुए और एसडीएम के निर्देशों का पालन करते हुए ग्राम पंचायत लाद में अतिरिक्त चावल गबन को लेकर की गई जांच जिसमें विशेष अनुसूचित जनजाति पण्डो परिवारों के राशन को शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन करता एजेंसी उजाला महिला स्व सहायता समूह लाद द्वारा गबन कर दिया गया इनके द्वारा पूर्व माह माई के अतिरिक्त चावल के साथ नवंबर माह के अतिरिक्त चावल का गबन किया गया है मौके पर जाकर व ग्रामीणों से मिलकर पंचनामा की कार्यवाही की गई जिसमें ग्रामीणों ने अतिरिक्त चावल नहीं देने की व ₹3 अधिक लेने की शिकायत खाद्य निरीक्षक सुशील टंडन से की खाद्य निरीक्षक ने बताया कि उनके द्वारा जांच की गई और हमारी समाचार में प्रमुखता से प्रकाशित खबर को सही पाया गया जिसके आधार पर जांच की गई इसमें सुदृढ़ क्षेत्रों में निवासरत अनुसूचित जनजाति व अन्य जातियों के अतिरिक्त चावल गबन का मामला सामने आया है पंचनामा बनाकर एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा को अग्रिम कार्यवाही हेतु दिया जाएगा उनके दिशानिर्देशों के अनुरूप अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
खाद्य निरीक्षक द्वारा जांच किए जाने पर उन्हें संचालक समूह के द्वारा किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं की गई उन्हें फोन करने पर उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा खाद्य निरीक्षक ने हमारे संवाददाता से चर्चा कर बताया कि आने से पूर्व और आने के पश्चात कई बार फोन किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठा क्या और दुकान को ताला बंद कर रखे थे जिससे दुकान का अभी वर्तमान भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया है पूर्व में किए गए भौतिक सत्यापन में 400 क्विंटल चावल का स्टॉक कम होना पाया गया।
देखने की बात होगी कि इतनी बड़ी खबर के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है क्या दोषयो को सामान्य कार्यवाही कर छोड़ा जाएगा या कोई सख्त कदम उठाया जाएगा ।