कोरबा जिले के ग्राम पंचायत गिधौरी सरपंच एवं पीडीएस संचालक पर गांव वालों ने लगाया अवैध वसूली का आरोप पैसा दो राशन ले जाओ, जबरन वसूले जा रहे गरीबो से चंदा, पैसे नही देने पर नही दिया जा रहा शासकीय राशन।
कोरबा – कोरबा जिले के करतला ब्लॉक गिधौरी पंचायत में धार्मिक वसूली को लेकर गांव वालों ने वर्तमान सरपंच एवं पीडीएस संचालक पर विरोध करते दिखे, गिधौरी पंचायत निवासी कार्तिक दास ने कहा कि में शरीर से विकलांग हूं सरपंच को पता होने के बावजूद भी सरपंच विज्ञानि गोविंद कंवर एवं पीडीएस संचालक द्वारा चावल नहीं दिया गया, सरपंच का कहना था कि पहले चंदा का 100 रुपए जमा करें तब आपको राशन दी जाएगी, सरपंच ने हितग्राहियों को दबाव देकर 100 रुपए चंदा लेने का भी आरोप लगा है, चंदा लेने का कारण यह है कि चैत्र नवरात्रि पर्व, तैयारियों को लेकर गांव के हर एक सदस्य अपनी इच्छा से राशि का सहयोग करता है, कार्तिक दास ने कहा कि मैंने सरपंच एवं पीडीएस संचालक को निवेदन भी किया मैं विकलांग हूं अभी मेरे पास नहीं है एक-दो दिन में व्यवस्था करके दे दूंगा राशन दे दो, उसके बावजूद भी हितग्राही को चावल नहीं दिया गया, हर वर्ष चैत्र नवरात्रि का पूजा पाठ को लेकर चंदा लिया जाता था, लेकिन फर्क यह था कि पंचो द्वारा घर घर जाकर चंदा वसूला जाता था लेकिन वर्तमान सरपंच द्वारा राशन लेने आए हितग्राहियों को जबरन चंदा देने को बोला जाता है नहीं देने पर शासन द्वारा मिलने वाला चावल ना देने की धमकी दी जाती है, मजबूरन में हितग्राही सरपंच के दबाव में आकर सो रुपए चंदा देने को मजबूर हैं, गांव वाले विरोध करते हैं तो सरपंच द्वारा यह कहा जाता है कि कलेक्टर पर शिकायत करना है तो कर लो कुछ होना जाना नहीं, गौर करने वाली बात यह है कि धार्मिक सहयोग को लेकर चंदा लेना देना तो सही है लेकिन शासकीय राशन ना देने की धमकी देकर जबरन चंदा लेना यह गलत बात है कहीं ना कहीं जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को इस और ध्यान देने की जरूरत है और ऐसे पीडीएस संचालक एवं सरपंच पर जांच कर सख्त कार्यवाही करने की जरूरत है, जिससे सरकार द्वारा दी जा रही चावल, चना, शक्कर एवं नमक हितग्राहियों तक पहुंच सके, सरपंच पर लगे चंदा के आरोप को लेकर सरपंच विज्ञानि गोविंद कंवर से जानकारी लेनी चाहिए तो सरपंच ने कहा कि मैं जानकारी नहीं दे सकते, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि गिधौर पंचायत के लोगों से सरपंच एवं पीडीएस संचालक द्वारा दबाव देकर धार्मिक चंदा वसूला जा रहा,